Tuesday, 17 September 2024

afeemchi ka bhoot

 अफीमची और भूत

रात में एक गांव मे एक मकान भुतहा था उसके पास से भी कोई गुजरता नही था उसी गांव मे एक आलसी अफीमचीं था वह लोंगो से मांग मांग कर गुजारा करता था उसे गांव वालों ने अपने मनांेरंजन का साधन बनाया हुआ था। एक दिन गांव बालो ने उसे चिढाते हुए शर्त लगायी कि वह उस मकान मे रात मे रह कर दिखाये तो उसे दस दिन तक खाना खिलायेंगे और अफीम पिलायेंगे वह राजी हो गया पर बोला साथ मे अच्छा अच्छा खाना रखना होगा अफीम और सिगरेट भी। उसके गांव वालों ने अफीम दी सिगरेट दी साथ ही एक आम एक उबला अंडा एक ककडी और एक बडी सी रोटी रख दी। अफीमची अफीम खा कर वहां पहुचे।

आधीरात मे चार भूत आये। उस मकान मे आदमी को देखकर आश्चर्यचकित रह गये वह गुर्रान और भयानक आवाज निकालने लगें। अफीमची की नीदं टूटी अधखुली आंखां से चारों को देखा और अफीम के पिनक में बोलें, “हूॅ यार सोने दो नीद मत खराबे करो” यह सुनकर उन्हे और भी आश्चर्य हुआ और एक ने आंख से आग निकाल कर डराया। अफीमची ने जेब टटोली और सिगरेट जरा कर बोला वह बडा अच्छा किया जो आग जलायी मे दियासलाई तो लाया ही नही था अब तो भूत चक्कर मे पड गये।

यह कैसा आदमी है डरता ही नही है।

अब अफीमची को भूख लगी वह अध मुंदी आंखो से पोटली टटोलते बोला, “यहां क्या क्या है वाह मिल दढियल तुम हो वह देसी आम को छूकर बोला। एक भूत का नाम दढियल था क्योंकि उसके खूब दाढी थी वह डर गया तब अफीमची ने अंडा छुआ वाह गंजे तू भी है बडा अच्छा हुआ उनमे से एक भूत का नाम गंजू था क्योंकि उसके सिर पर बाल थे न दाढी पर। वह भी डर गया। अब अफीमची का हाथ ककडी पर पडा एक इनमे से लम्बू था उसे सब लम्बू कहते थे वह भी डर गया। अब अफीमची ने रोटी छुई वाह गोल मटोल तुम भी हो चौथे भूत का नाम गोल मटोल था क्योंकि वह ढिगना और मोटा था। अब अफीमची बडबडाया पहले खांउगा दढियल फिर गंजू उसके बाद लम्बू सबके बोद मे गोलम गोल।

यह सुनते ही चारों भूत उसके पैर पकड कर बैठ गये “मालिक हमें छोड दो हमे जाने दो हमारी जान बख्श दो” अफीमची नशे मे बोला नही नही मुझे भूख लगी है तुम्हे जाने दूंगा तो खाऊंगा क्यों?”

नहीं मालिक हमारी जान छोड दो तो हम आपको सात घडे सोना देंगे” अफीमची की आंखे खुली वह कुछ समझा कुछ न समझा और बोला जाओं पहले सोना लाओ अब तो एक भागा भागा सात घडे सोना लाया। और दे जान घुडा मांगे। तब से भूत उस मकान मे नही आते और अफीमची अमीर हो गया।

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