Saturday, 3 August 2024

Apni dharti

 अपनी धरती




कितनी अच्छी लगती हमको

अपनी प्यारी धरती

ठंडी ठंडी हवा घूमती

नदियाँ कल कल बहती

वृक्ष हमें जीवन देते हैं

स्वच्छ हवा हमको देते हैं

खाना देते पानी देते

गंदी हवा स्वयं ले लेते

अधिक लगायंे पेड़ अगर हम

धरती भी बच जायेगी

रेगिस्तान न और बनेंगे

हरियाली छा जायेगी।


छोटे होते जाते खेत

बढ़ती जाती सूखी रेत

बन गये कंक्रीटों के जंगल

गर्म हवा गाती है मंगल

बढ़ जायेगी गर्मी खूब

वर्फ पिघल हम जाये डूब

सूखेगा नदियों का पानी

पीली होगी चादर घानी

जीवन अगर बचाना है

पेड़ अनेक लगाना है

हरियाली छा जायेगी

धरती मां बच जायेगी।





No comments:

Post a Comment