Saturday, 17 August 2024

jute vala billa

 वास्तविकता यह थी कि वे जौ के खेत और मवेषीखाना एक राक्षस के थे जो सामने पहाड़ी पर एक महल में रहता था लेकिन पहरेदार और गड़रियों को आज्ञा मानने की आदत थी तो वे चुपचाप मान गये। अब बिल्ला दौड़ा दौड़ा राक्षस के महल में गया। बाहर से आवाज लगाई‘ हैलो यहां एक बिल्ला महल के मालिक से मिलना चाहता है।

महल का द्वार फौरन खुला राक्षस बोला,‘ ये तुम्हें जूते कहां से मिले?’

‘ ये जूते ,‘ बिल्ले ने कहा,ये जूते तो मेरे मालिक विलोवन्डर ने दिये हैं ।’

एक जूते कपड़े पहने बिल्ले को देखकर राक्षस को आष्चर्य हुआ था उसने बिल्ले को महल में आने दिया। 

राक्षस ने एक कमरे का ताला खोला। बिल्ले ने देखा कमरा सुन्दर सुन्दर चीजों से भरा है। बिल्ला पूंछ समेट कर आग के पास बैठ गया।

‘ मैंने सुना है ,‘बिल्ला बोला,- कि तुममें बहुत षक्ति है और अपने आपको किसी भी जानवर में बदल लेते हो ।

‘हां मैं बदल लेता हूं ।’ राक्षस ने लापरवाही से कहा ।

‘अब देखूं तो जानूं’ बिल्ले ने कहा

‘अच्छा तब मानोगे ’ राक्षस गरजा साथ ही एक बाघ के रूप में बदल गया।

बिल्ला बाघ को देखकर डरा और खिड़की से कूद कर एक पेड़ पर जा बैठा।

राक्षस ठठा कर हंसा और फिर अपने राक्षस के वेष में आ गया ।

बिल्ला फिर अंदर आया और बोला,‘ तुम इतने बड़े हो इसलिये ऐसे बड़े बाध के रूप में आने में तुम्हें कोई तकलीफ नहीं हुई होगी । हां किसी चिड़िया या चुहे के रूप में आने में बहुत मुष्किल होगा तुम्हारे लिये क्यों है न ।?

‘ तो देखो ’राक्षस चिल्लाया साथ ही एक छोटे से चुहे के रूप में बदल गया । उसी क्षण की चालाक बिल्ला प्रतीक्षा कर रहा था। एक ही कूद में वह चूहे पर झपटा और निगल गया ।

उधर राजा , उसकी लड़की और जैक गाड़ी में उसी सड़क से आ रहे थे। जौ के इतने बढ़िया खेत को देखकर राजा ने पूछा‘ ये खेत किसके हैं ।’

डयूक ऑफ विलोवन्डर के ’दोनों पहरेदार एक स्वर में बोले।

मोटे मोटे जानवरों को देखकर उनके पहरेदार गडरियों ने भी यही कहा।

राजा की गाड़ी महल पर पहुंची बिल्ला बाहर निकल आया,‘ डयूक आफ विलोवन्डर के महल पर आपका स्वागत है ,’बिल्ला बोला ,आइये अंदर आइये ।’

अंदर राक्षस द्वारा सजाया जादुई भोजन तैयार था। इतना स्वादिष्ट भोजन महल आदि देख कर राजा बोला ,‘ नहीं जानता तुम्हारा आगे क्या ख्याल है लेकिन अपनी पुत्री का हाथ तुम्हारे हाथ में देकर मुझे खुषी होगी । जैक भी राजकुमारी को देखकर उसके प्रेम में पड़ गया था ।

राजकुमारी भी यही चाहती थी इसलिये निष्चित किया गया कि दूसरे दिन ही जैक की षादी राजकुमारी से की जायेगी। जैसे ही वे लोग गये जैक बिल्ले की ओर मुड़ा और बोला ‘वफादार दोस्त मैं सोच भी नहीं सकता कि मैं तुम्हे मारकर फर का कोट बना रहा था जब राजकुमारी से मेरी षादी हो जायेगी तो तुम्हें उच्च पदवी प्रदान करूंगा।

‘ नहीं बिल्ला बोला ,‘अब तुम मुझे मार दो ,चांदी की छुरी लेकर मेरा गला काट दो ं-

‘नहीं यह मैं कभी नहीं कर सकता।’ जैक चिल्लाया 

‘नहीं यह करके मेरे ऊपर भारी एहसान करोगे।’ बिल्ला गिड़गिड़ाया।

अंत में जैक राजी हो गया जैसे ही चांदी की छुरी से बिल्ले का गला छुआ जोर जोर से बादल गड़गड़ाने लगे ओर बादलों में बिल्ला गायब हो गया उसकी जगह एक बहुत संुदर राजकुमार खड़ा था।

‘मेरे को तुमने राक्षस के मायाजाल से से मुक्त किया है’ राजकुमार ने कहा,,‘ ये खेत ये मवेषीखाने ये महल सब मेरे हैं  लेकिन जैक मैं ये सब तुम्हें खुषी से देता हूं मेरी इससे कहीं ज्यादा भूमि और महल समुद्र के पार है मैं वहां जा रहा हूु ।’ यह कहकर राजकुमार छोटे छोटे जूते ले सड़क पर चल दिया। कुछ देर तक वह दिखाई दिया फिर उसका षरीर धुधलाता गया और गायब हो गया ।


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